Arun Yogiraj आज रामलला अपने घर अयोध्या में विराजमान हो गए हैं। और जब रामलला को अयोध्या मंदिर के लिए मूर्तिकार अरुण योगीराज को राम लला के रूप में चुना गया था, और इसके लिए उन्होनें खुद को इस धरती का सबसे भाग्यशाली व्यक्ति” कहा। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे वह “एक सपना जी रहे हैं। और उनके पास ऐसा तलाक का कारण थे।
मूर्तिकार कहते हैं, मेरे पूर्वजों का आशीर्वाद
Arun Yogiraj पांचवीं पीढ़ी के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कई मूर्तियां बनवाईं। लेकिन इससे पहले कभी भी पूरी दुनिया उनके बनाए किसी मूर्ति के इतने बेस का इंतजार नहीं कर पाई थी। मूर्ति की आंखों से ढका हुआ दुपट्टा हटाए जाने के बाद आज (22 जनवरी) को देवता का चेहरा दुनिया के सामने आ गया। सारा संसार मोहित हो गया। योगीराज ने सोमवार को कहा, “मुझे लगता है कि अब मैं इस धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं। मेरे पूर्वजों, परिवार के सदस्यों और भगवान राम लला का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं सपनों की दुनिया में हूं। उनकी टिप्पणी अयोध्या में राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद आई, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य ‘जजमान’ थे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले आंखों से पट्टी हटाकर आज मूर्ति के पूर्ण स्वरूप का अनावरण किया गया।
प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला की पहली झलक
राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामललला की पहली झलक सामने आई है। रामलला की आंखों में मासूमियत, होठों पर मुस्कान, चेहरे पर गजब का तेज दिखाई दे रहा है। रामलला की पहली झलक दिल में बस जाने वाली है। भगवान की पहली झलक देखकर एक बात तो साफ है कि कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बहुत ही खूबसूरत मूर्ति तैयार की है। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रामलला की आरती उतारी। यह भव्य और दिव्य नजारा मन को मोह लेने वाला था।
अनुष्ठानन में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Arun Yogiraj अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठाठ अनुष्ठानन में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “प्रभु राम लला के भव्य, दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई। इस क्षण मन भावुक है।।। निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत युवा शक्ति से भरा हुआ है। ऐसी सकारात्मक परिस्थितियां ना जानें कितने साल बाद बनेगी। हमे अब चूकना नहीं है हमे अब बैठना नहीं है। आप उस भारत से हैं जो आज चांद पर तिरंगा लहरा रहा है। जो आज सूरज पर भी मिशन भेज रहे हैं।